महाप्रसादी मंदिर में नहीं मानवता के देवालय में होगी
उज्जैन, कैलाश कृपा। श्री महाकाल प्रांगण में जूना महाकालेश्वर स्थित जय श्री बाबा बाल विजय मस्त हनुमान मंदिर पर होने वाला हनुमान अष्टमी महोत्सव इस बार अनूठा व अनुपम होगा।
समिति संयोजक श्री राम कथाव्यास सुलभ शांतु गुरुजी ने बताया प्रतिवर्ष होने वाले 9 दिवसीय हनुमान अष्टमी महापर्व का प्रारंभ आज से हो रहा है जिसमें आज श्री बाल हनुमान जी का चांदी के वरक व रजत आभूषणों से आकर्षक श्रृंगार किया जावेगा साथ ही मध्यान्ह में नौ दिवसीय श्री रामचरित्र मानस के अखंड पाठ का विशेष पूजन कर शुभारंभ होगा।
यह पाठ निरंतर 9 दिनों तक चलेगा जिसमें मानस की महामंत्र रूपी चौपाइयों के माध्यम से 9 दिनों तक बीते वर्ष में कोरोना महामारी से छाई उदासी निराशा को भक्ति से नव वर्ष में मुक्ति मिले और जीवन में उमंग उल्लास उत्साह का संचार हो ऐसा विशेष आराधन किया जाऐगा। पर्व के 1 दिन पूर्व बाल हनुमान जी का भव्य श्रृंगार होगा।
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हनुमान अष्टमी पर प्रातः काल 9 बजे जन्म आरती में बेसन के बने लड्डू का महा भोग लगाकर उसका वितरण किया जावेगा। दोपहर 2 बजे नौ दिवसीय पाठ का समापन होगा व 4 बजे पूर्णाहुति की जावेगी। संध्या 7 बजे श्री बाल हनुमान जी की मुख्य आरती होगी जिसके पश्चात इस बार कोरोना को दृष्टिगत रखते हुए महा प्रसादी का आयोजन मंदिर में ना होकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित अपंग, निराश्रित, मानसिक दिव्यांगो के साथ मानवता के देवालयो में संस्था के पदाधिकारी महाप्रसादी वितरण कर मनाएंगे। स
मिति के संयोजक सुलभ शांतु गुरुजी ने मीडिया के माध्यम से आग्रह किया है कि जो भी इस प्रकार की संस्था अपने संस्थान में महा प्रसादी प्राप्त करना चाहती है श्री बाल हनुमान मंदिर पर अष्टमी के पूर्व संपर्क करें।