मप्र में ऑक्सीजन टैंकरों के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाए जाएंगे

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भोपाल, कैलाश कृपा । राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकारी ऑक्सीजन टैंकरों (oxygen tankers), रेमेडिसवीर और अस्पतालों में बेड सहित अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं। अब ऑक्सीजन टैंकरों (oxygen tankers) की आपूर्ति में कोई बाधा नहीं आएगी, इसके लिए एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा। पायलट गार्ड, कोरोना की जांच रिपोर्ट 24 घंटे में आनी चाहिए, इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए। यह निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना की समीक्षा करते हुए दिए।

295 टन ऑक्सीजन टैंकरों की उपलब्धता

मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि वर्तमान में राज्य में 295 टन ऑक्सीजन की उपलब्धता है, जिसे बढ़ाया जा रहा है। आईनॉक्स, गुजरात को 120 टन और भिलाई को 112 टन ऑक्सीजन मिलेगी। केंद्र सरकार को राज्य को कुल 450 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति करने की मंजूरी मिल गई है, जिसे जल्द से जल्द लाने की व्यवस्था की जा रही है।

भविष्य की आवश्यक व्यवस्थाएँ

भविष्य की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि कोरोना की जांच के बाद 24 घंटे में रिपोर्ट आ जाए। रिपोर्ट आने तक व्यक्ति को बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।

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पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था करने के निर्देश

प्रशासन को घर पर रहने वालों के स्वास्थ्य लाभ के बारे में पूरी जानकारी रखनी चाहिए। जरूरत पड़ने पर उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की भी व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने सभी अस्पतालों में पर्याप्त डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था करने के निर्देश दिए और कहा कि इसके लिए आयुष विभाग के कर्मचारियों के साथ नर्सिंग कॉलेज की टीम को भी लगाया जाना चाहिए।