नई दिल्ली, कैलाश कृपा। बेटी बचाओ के नारे को सफल बनाने के लिए यूपी सरकार ने लड़कियों के लिए भाग्यलक्ष्मी योजना शुरू की है। इस योजना को प्रभावी बनाने के लिए सरकार की और से विशेष कदम उठाये गए है। लड़कियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उनके लिए सरकार ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है। इस योजना के तहत राज्य सरकार प्रदेश में जन्म लेने वाली लड़कियों को उनके सुरक्षित भविष्य के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। इस योजना का मूल उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को रोकना और बेटियों के जन्म को बढ़ावा देने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण करना है।
महिलाओं के प्रति हर वर्ग जागरूक रहे और कोई भी उन्हें अपने ऊपर बोझ न समझे यह सरकार की प्राथमिकता है। भाग्यलक्ष्मी योजना से आज की युवा पीढ़ी को नई दिशा मिल सके इसके लिए सरकार महिलाओं के लिए हर संभव प्रयास करने की कोशिस कर रही है। योजना का लाभ गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को मिलेगा।
सरकार द्वारा गरीबी रेखा से निचे जीवन यापन करने वाला परिवार को एक बेहतर और उच्च स्टार पर लेकर खड़ा करना है। बताया जा रहा है इस योजना के तहत बेटी के जन्म पर परिवार को 50000 रूपये की आर्थिक मदद दी जाएगी और जैसे ही बेटी 21 साल की हो जाती है तो परिवार को 200000 रूपए तक की राशि सरकार की ओर से प्रदान की जाएगी।
लड़कियां समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और समाज को मजबूत करने के लिए लड़कियों को उचित शिक्षा मिल सके। समाज में फैल रही अपराधिक गतिविधियां को कम करने के लिए लड़कियों में शिक्षा और उचित ज्ञान होना जरूरी है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश माता-पिता अपनी लड़की को स्कूल भेजने के लिए आश्वस्त हो रहे हैं, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि लड़कियां शिक्षा के सभी आवश्यक स्तरों को पूरा करें।
कौशल योग्यता और दक्षता का समावेश
भाग्यलक्ष्मी योजना – श्रम बाजार में सामान्य स्तर के प्रतिस्पर्धा दिखाने के लिए लड़कियों में अतिरिक्त कौशल और उनमें कौशल योग्यता और दक्षता का समावेश करना बहुत जरूरी है। भाग्यलक्ष्मी योजना शिक्षा लड़कियों को स्वतंत्र सोच को आकार देने में मदद करती हैं, ताकि वे अपने जीवन के निर्णय अपने दम पर ले सके और सही गलत के बीच अंतर कर सकें। अब लड़कियां अपने माता-पिता का नाम रोशन करने के लिए सक्षम तभी हो सकती है जब उन्हें उचित शिक्षा मिल सके।
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हर वर्ग में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही
समाज के हर वर्ग में आज महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और अपना नाम रोशन कर रही हैं यह केवल लड़कियों की शिक्षा और प्रोत्साहन करने के माध्यम से ही संभव हो सका है। इसीलिए सरकार द्वारा भाग्यलक्ष्मी योजना द्वारा लड़कियों के लिए बेहतर कदम उठाए जा रहे हैं इसी के मद्देनजर सरकार द्वारा कई योजनाएं चालू की जा रही है जिससे समाज के हर गरीब से गरीब वर्ग की लड़की को अच्छा जीवन मिल सके और समाज और देश के लिए अपना नाम रोशन कर सके।

इस योजना का लाभ कौन और कैसे उठा सकता है
भाग्यलक्ष्मी योजना केवल बीपीएल परिवारों के लिए है और वह उत्तर प्रदेश के मूल निवासी होने चाहिए और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते हैं, उन्हें योजना का लाभ मिलेगा। एक परिवार की अधिकतम दो लड़कियों को ही भाग्यलक्ष्मी योजना का लाभ मिल सकता है। कन्या का जन्म साल 2016 के बाद होना जरूरी है।
योजना का लाभ लेने वाले परिवार की सालाना आय 200000 रूपए से कम होना चाहियें। लड़की के जन्म के 1 महीने के अंदर आंगनवाड़ी में पंजीकरण करना भी जरूरी है जिससे उसका रिकॉर्ड का पता लग सके के यह परिवार इस योजना का लाभ ले सकता है। योजना में आवेदन करने के लिए बीपीएल परिवारों को आधिकारिक वेबसाइट से ऑनलाइन फॉर्म डाउनलोड करना होता है।
फॉर्म के साथ-साथ एक शपथ पत्र भी डाउनलोड करके भरना होगा। इस फॉर्म को पूर्ण भरने के भाड़ आपको आंगनवाड़ी में जाकर जमा करना होता है। इसके साथ जहां आप रह रहे है वहाँ का मूल निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, लड़की का जन्म प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, घर के पते का प्रमाण पत्र, बैंक अकाउंट की जानकारी देनी होती है। इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोग उठा सके इसके लिए आप इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और साथ ही हमारी वेबसाइट से जुड़े रहे ताकि समय-समय पर ऐसी तमाम जानकारियां आप लोगो तक पहुंची रहे।